हम खुद अपना सम्मान करें, और मान करें हम हैं नारी। हम खुद अपना सम्मान करें, और मान करें हम हैं नारी।
प्रेम से तृप्त, दक्ख़न-उत्तर मिलन गठबंधन ! प्रेम से तृप्त, दक्ख़न-उत्तर मिलन गठबंधन !
जैसे बसंत की हो बहार हर तरफ हो बस प्यार। जैसे बसंत की हो बहार हर तरफ हो बस प्यार।
मुझे भाई तुम 'पापा' जैसे दिखते हो, तुम में बहता निर्झर ममता का, राखी बंधन प्रेम का ! मुझे भाई तुम 'पापा' जैसे दिखते हो, तुम में बहता निर्झर ममता का, राखी ब...
लौट आऊंगा भटक कर ही प्रेम सौगंध पे भरोसा रखना लौट आऊंगा भटक कर ही प्रेम सौगंध पे भरोसा रखना
प्रेम है अनोखा बंधन, जिसके बिना ये कायनात नहीं होती। प्रेम है अनोखा बंधन, जिसके बिना ये कायनात नहीं होती।